एमसीएल के बारे में
एमसीएल की परियोजनाओं का बायो-प्रोफ़ाइल- एक अवलोकन
एमसीएल में अब तक कुल 51 खनन परियोजनाओं (2 शेष परियोजनाओं को शामिल कर) को स्वीकृति मिली है। इन स्वीकृत परियोजनाओं की 11670.677 करोड़ लागत पूंजी के साथ कुल उत्पादन क्षमता 224.41 एमटीवाई थी। कुल 51 परियोजनाओं में 34 पूर्ण एवं 17 चालू परियोजनाएं है। इन 17 चालू परियोजनाओं की 8896.40 रु. पूंजीगत निवेश के साथ 126.33 एमटीवाई क्षमता है। एमसीएल की 51 परियोजनाओं की पूंजीगत लागत के साथ वर्तमान क्षमता निम्नानुसार है।
परियोजना श्रेणी
(रु. करोड़) |
स्वीकृत परियोजनाओं की संख्या
|
स्वीकृत क्षमता (एमटीवाई)
|
स्वीकृत पूंजी
(रु. करोड़) |
स्थिति
| ||
---|---|---|---|---|---|---|
बंद
|
पूर्ण
|
चालू
| ||||
100 और अधिक
|
22
|
154.90
|
10267.757
|
0
|
10
|
12
|
50 से 100
|
10
|
27.33
|
861.36
|
0
|
06
|
04
|
20 से 50
|
11
|
29.6
|
429.48
|
1
|
10
|
00
|
20 से नीचे
|
8
|
12.58
|
112.08
|
1
|
06
|
01
|
कुल
|
51
|
224.41
|
11670.677
|
2
|
32
|
17
|
34 - पूर्ण परियोजनाएं तथा 17 – चालू परियोजनाएं
क्रमांक
|
परियोजना का नाम
|
कुल परियोजना क्षमता (एमटीवाई)
|
कुल स्वीकृत पूंजी (रु. करोड़)
|
पूर्ण होने की तारीख
| |
---|---|---|---|---|---|
1. | नियत तिथि तक पूर्ण परियोजनाएं- 34 (2 बंद परियोजनाओं को शामिल कर) | 98.08 | 2823.777 | पूर्ण | |
2. चालू परियोजनाएं :- कुल 17
| |||||
क) तलचेर कोलफील्ड्स
| |||||
1 |
अनंता ओसीपी विस्तार पीएच-III
| 3.00 | 207.28 | 31.08.2008 | |
2 |
बलराम ओसीपी विस्तार
| 8.00 * | 172.08 | 22.12.2007 | |
3 |
भरतपुर ओसीपी विस्तार पीएच-II
| 6 | 95.87 | 29.03.2003 | |
4 |
भरतपुर ओसीपी विस्तार पीएच-III
| 9 | 131.39 | 12.02.2007 | |
5 |
भूबनेश्वरी ओसीपी
| 20 | 490.1 | 22.12.2007 | |
6 |
हिंगुला- II ओसीपी विस्तार पीएच-III
| 7 | 479.53 | 08.11.2008 | |
7 |
जगन्नाथ पुनर्संगठन
| 6.00 * | 337.66 | 26.05.2014 | |
8 |
जगन्नाथ भूमिगत
| 0.67 | 80.75 | 15.10.2001 | |
9 |
कनिहा ओसीपी
| 10 | 457.77 | 22.12.2007 | |
10 |
नटराज भूमिगत भूमिगत
| 0.64 | 92.11 | 30.01.2001 | |
11 |
तालचेर (डबल्यू) भूमिगत
| 0.52 | 85.08 | 18.02.2002 | |
उप कुल
| 56.83 | 2629.6 | |||
ख) ईब वैली कोलफील्ड्स
| |||||
12 |
बसुंधरा (डबल्यू) विस्तार
| 7.00 * | 479.15 | 07.05.2014 | |
13 |
बेलपहाड़ खुली विस्तार पीएच-II
| 4.5 | 14.4 | 04.02.2011 | |
14 |
कुल्दा ओसीपी
| 10 | 302.96 | 12.01.2005 | |
15 |
कुल्दा विस्तार ओसीपी
| 5 | 289.03 | 25.06.2014 | |
16 |
सियारमाल विस्तार
| 40 | 3756.36 | 29.05.2014 | |
17 |
गरजनबहल विस्तार
| 10 | 1375.38 | 08.11.2014 | |
उप कुल
| 69.5 | 6217.28 | |||
कुल (चालू परियोजनाएं)
| 126.33 | 8846.9 | |||
| 224.41 | 11670.677 |
* मूल परियोजनाओं का विस्तार है उसके साथ अतिरिक्त क्षेत्र शामिल है। इसलिए क्षमता में कोई वृद्धि नहीं की जाएगी।
भावी परियोजनाएं : - 04
• एकीकृत लखनपुर - बेलपहाड़ – लिलारी ओसीपी - 30 एमटीवाई
• गोपालजी- कनिहा विस्तार ओसीपी – 30 एमटीवाई
• बलराम विस्तार ओसीपी – 15 एमटीवाई
• समलेश्वरी विस्तार ओसीपी (सभी सीएम को शामिल कर)– 20 एमटीवाई
• एकीकृत लखनपुर - बेलपहाड़ – लिलारी ओसीपी - 30 एमटीवाई
• गोपालजी- कनिहा विस्तार ओसीपी – 30 एमटीवाई
• बलराम विस्तार ओसीपी – 15 एमटीवाई
• समलेश्वरी विस्तार ओसीपी (सभी सीएम को शामिल कर)– 20 एमटीवाई
एमसीएल की निगमित प्रबंधन नीति
1
|
कोयला आपूर्ति में गुणवत्ता सुनिश्चित करना।
|
2
|
हमारे पास उपलब्ध संसाधनों का सर्वोत्तम उपयोग करना।
|
3
|
हमारी प्रबंधन प्रणाली के कार्य एवं कार्य -निष्पादन में निरंतर सुधार करना।
|
4
|
हमारे उद्देश्यों एवं लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आवश्यक सभी सूचनाऍं प्रदान करना एवं संसाधन उपलब्ध कराना।
|
5
|
हमारी सभी प्रक्रियाओं एवं प्रणालियों में ऊर्जा कार्य -निष्पादन में लगातार सुधार करना।
|
6
|
हमारे कार्य-कलापों के कारण होनेवाले प्रदूषण,चोट एवं अस्वस्थता संबंधी रोकथाम सुनिश्चित करना।
|
7
|
सभी लागू वैधानिक एवं पूर्वक्रीत बाध्यताओं (दायित्वों) को पूरा करना।
|
8
|
सामाजिक एवं श्रम संबंधी मामलों पर सभी आईएलओ एवं अंतर्राष्ट्रीय चार्टर का पालन /सम्मान करना।
|
9
|
भविष्यलक्षी विकास की अवधारणा के महत्व को आगे बढ़ाना।
|
10
|
ऊर्जा की बचत करनेवाले उत्पादों, सेवाओं एवं डिजाइनों की खरीद को बढ़ावा देना।
|
11
|
सुनिश्चित करना कि यह नीति प्रभावी ढंग से लागू, अनुरक्षित एवं संचारित हो।
|
12
|
लगातार सुधार एवं प्रासंगिकता को बनाये रखने के लिए इस नीति की नियमित समीक्षा करते रहना।
|
13
|
इस नीति को इस प्रकार सुगम बनाना ताकि हमारे साथ काम करनेवाले सभी व्यक्तियों के लिए यह बोधगम्य हो ।
|
14
|
अनुरोध पर सभी आग्रही व्यक्तियों के लिए यह नीति प्रभावी एवं तरीके से सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध कराना।
|
(अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक, एमसीएल के द्वारा अनुमोदित – रेफ. सेक्शन 5.3)
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